JAMSHEDPUR : आतंक का इंजीनियर है अर्शियान, इंटरपोल ने किया रेड कार्नर नोटिस जारी, मानगो आजाद बस्ती का है रहने वाला


जमशेदपुर : अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में जमशेदपुर के मानगो का नाम एक बार फिर से उभरकर सामने आया है. इसके बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई है और उनके कान भी खड़े हो गए हैं. सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने मानगो के आजाद बस्ती रोड नंबर 14 का सैय्यद अर्शियान उर्फ हैदर के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस जारी होने के बाद झारखंड पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया है. उसके आवास और आस-पास के गतिविधियों की पूरी निगरानी रखी जा रही है.

2017 से छिपा हुआ है तुर्किए में
अर्शियान उर्फ हैदर के बारे में बताया जा रहा है कि वह 2017 से ही तुर्किए में छिपा हुआ है. वहीं से वह हर तरह की गतिविधियों को अंजाम देने का काम कर रहा है. आतंक का इंजीनियर के नाम से जाना जाने वाला अर्शियान ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उसके बाद वह सऊदी अरब के दम्मम चला गया था. वहां पर वह सॉफ्टवेयर डेवलपर की नौकरी करता था. वहीं पर उसकी भेंट बेल्जियम नागरिक अलीना हैदर से हुई थी. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली.
कम नहीं है अर्शियन का भाई
अर्शियान का भाई सैय्यद मो. जीशान अली हैदर की बात करें तो वह भी आतंक का इंजीनियर से कम नहीं है. वह भी शुरू से ही आतंकी गतिविधियों में गोता लगाता रहा है. उसे 10 अगस्त 2017 को सऊदी अरब से प्रत्यर्पित किए
जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
इस्लामिक स्टेट का है तकनीकी विशेषज्ञ
अर्शियान को इस्लामिक स्टेट का तकनीकी विशेषज्ञ भी कहा जाता है. नेटवर्क को खतरनाक बनाने का काम करने का भी उसपर आरोप है.

मानगो में आतंक की जड़ें है पुरानी
मानगो की बात करें तो यहां पर आतंक की जड़ी काफी पुरानी हैं. मानगो ईलाके से कई आतंकियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. 2016 में धतकीडीह से अहमद मसूद अकरम शेख उर्फ मोनू, नसीम अख्तर उर्फ राजू और टाटानगर स्टेशन से मौलाना कलीमुद्दीन को 2017 में गिरफ्तार किया गया था. दोनों से पूछताछ के बाद ओडिशा से 2015 में अब्दुल रहमान कटकी और 2016 में जमशेदपुर से अब्दुल सामी को गिरफ्तार किया गया था. दोनों ने पूछताछ में अलकायदा से संबंध होने का भी खुलासा किया था.