Jharkhand RIMS- 2 Protest: रिम्स-2 के निर्माण स्थल नगड़ी में भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद 20 से अधिक आदिवासी संगठनों का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने भांजीं लाठियां, दागे आंसू गैस के गोले


Ranchi. रांची के नगड़ी में रिम्स-2 के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आदिवासी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था की समस्या से बचने के लिए रविवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता चंपई सोरेन को नजरबंद कर दिया गया. चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को उनके समर्थकों के साथ एक थाने में हिरासत में रखा है. वह रांची जा रहे थे. इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने नगड़ी में विरोध प्रदर्शन किया. रोकने के लिए पुलिस ने प्रस्तावित परियोजना स्थल से उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और महत्वपूर्ण स्थानों पर अवरोधक लगाये गये हैं.


झारखंड में 20 से अधिक आदिवासी संगठनों, किसानों और जमीन मालिकों ने रविवार को उस जगह पर विरोध प्रदर्शन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ का आह्वान किया था, जहां 1,074 करोड़ रुपये की लागत से राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स)- 2
परियोजना प्रस्तावित है. रिम्स-2 का तात्पर्य राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के विस्तार से है, जो राज्य की एक प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा है.

किसान और भूमि मालिकों ने किया विरोध प्रदर्शन
नगड़ी क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़कों पर अवरोधक लगाये होने के बावजूद, विभिन्न गांवों से प्रदर्शनकारी, किसान और भूमि मालिक प्रस्तावित स्थल पर एकत्रित हुए, जिनके हाथों में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की तस्वीर और उनके संदेश ‘हरवा तो जोतो ना यार…कैसे बचेगा?’ वाले पोस्ट लेकर आये ।

शिबू सोरेन का मुखौटा पहने दिखे प्रदर्शनकारी
कई प्रदर्शनकारी शिबू सोरेन का मुखौटा पहने दिखे, जो ‘दिशोम गुरु’ (भू नेता) के नाम से जाने जाते थे. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें धरना स्थल से तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस के प्रतिरोध को दरकिनार करते हुए उन्होंने उस जमीन पर पौधे लगाए, जहां अस्पताल परियोजना स्थापित करने का प्रस्ताव है.

परेशान रहे राहगीर
परियोजना स्थल नगरी की ओर जाने वाली सड़कों पर अवरोधक लगाये होने की वजह से राजगीरों को दिक्कतें हुईं. क्षेत्र के एक स्थानीय निवासी बसंत कुमार महतो (50) ने कहा कि उन्हें कांके के चांदनी चौक के पास रोक दिया गया। उन्होंने दावा किया,‘मैं रिंग रोड पर रहता हूं, लेकिन मुझे अपने घर नहीं जाने दिया गया. रांची जिला प्रशासन ने नगरी क्षेत्र में सार्वजनिक सभा पर प्रतिबंध लगाते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस क्षेत्र में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और अन्य हथियार ले जाना प्रतिबंधित है और लाउडस्पीकर का उपयोग भी वर्जित है.
परियोजना के लिए आवंटित की गयी है 207 एकड़ भूमि
स्वास्थ्य विभाग ने इस परियोजना के लिए 207 एकड़ भूमि आवंटित की है. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने पिछले महीने दावा किया था कि रिम्स-2 में 2,600 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा और इसमें 100 स्नातक एवं 50 स्नातकोत्तर सीट होंगी.