जमशेदपुर : आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम की समीक्षा बैठक, उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने विभागों को दिए सख्त निर्देश


जमशेदपुर। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला सभागार में आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अब तक की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगामी कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, सिंचाई, सड़क और आधारभूत संरचनाओं से जुड़ी योजनाओं की उपलब्धियों और चुनौतियों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि समयबद्ध तरीके से लक्ष्यों को पूरा करें और योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक बैठे ग्रामीण तक पहुँचाना सुनिश्चित करें।
जिले के गुड़ाबांदा, चाकुलिया और दुमरिया प्रखंडों को आकांक्षी प्रखंड के रूप में चिन्हित किया गया है। उपायुक्त ने बताया कि इन प्रखंडों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, बुनियादी ढाँचा और आजीविका के स्तर पर सुधार लाने के लिए सरकार द्वारा विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

प्रमुख विभागों की भागीदारी
बैठक में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सामाजिक कल्याण विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, सड़क निर्माण विभाग और बिजली विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
- स्वास्थ्य विभाग को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति में सुधार करने का निर्देश दिया गया।
- शिक्षा विभाग को स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने और बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
- सामाजिक कल्याण विभाग को महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु आंगनबाड़ी केंद्रों की नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए कहा गया।
- कृषि विभाग को किसानों को नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया गया।
- ग्रामीण विकास विभाग एवं सड़क निर्माण विभाग को संपर्क मार्ग और आधारभूत ढाँचे को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी दी गई।
- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को गति देने का निर्देश दिया गया।
विभागीय समन्वय और जनभागीदारी
उपायुक्त सत्यार्थी ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और योजनाओं की प्रगति केवल कागजों तक सीमित न रहे, बल्कि उसका असर जमीनी स्तर पर साफ दिखे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गांव-गांव जाकर योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें और अधिक से अधिक ग्रामीणों को इससे जोड़ें।
सतत प्रयास और प्रेरणा
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को सतत प्रयास जारी रखने, निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने और गांवों के समग्र विकास में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
बैठक में आकांक्षी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।