DC ( उपायुक्त ) कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में श्रम, नियोजन एवं कौशल प्रशिक्षण विभाग की समीक्षा बैठक , रोजगार मेलों का नियमित आयोजन एवं पीवीटीजी समुदाय को नियोजन से जोड़ने का निर्देश


जमशेदपुर। समाहरणालय सभागार में गुरुवार को उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में श्रम, नियोजन एवं कौशल प्रशिक्षण विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में रोजगार सृजन, कौशल विकास, श्रमिक कल्याण योजनाओं तथा युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में विभागीय प्रगति का आकलन किया गया।

बैठक में संबंधित विभागों के पदाधिकारियों एवं विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस दौरान उपायुक्त ने बेरोजगारी उन्मूलन, श्रमिक कल्याण और कौशल विकास को जिला प्रशासन की प्राथमिकता बताते हुए कई ठोस निर्देश जारी किए।
✅ रोजगार मेलों का नियमित आयोजन
- उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले में बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रोजगार मेलों का आयोजन नियमित रूप से किया जाए।
- इसमें अधिक से अधिक कंपनियों और औद्योगिक इकाइयों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही नियोजन के अवसर प्राप्त हों।
- विशेष रूप से अनुसूचित जनजाति समुदाय और पीवीटीजी समूह को इन मेलों से जोड़े जाने पर बल दिया गया।
✅ कौशल प्रशिक्षण एवं आईटीआई संस्थानों की भूमिका
- उपायुक्त ने कहा कि कौशल विकास कार्यक्रम केवल औपचारिकता न बनें, बल्कि उन्हें बाजार की वास्तविक मांग के अनुसार नए ट्रेड में संचालित किया जाए।
- सरकारी आईटीआई संस्थानों में सभी ट्रेडों में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया।
- युवाओं को नामांकन एवं प्रशिक्षण के अवसरों से अवगत कराने के लिए सोशल मीडिया, जनसंपर्क माध्यम और जन-जागरूकता अभियान को तेज करने का निर्देश दिया गया।
- प्रशिक्षण संस्थानों को कहा गया कि वे प्लेसमेंट रिकॉर्ड को बेहतर बनाएँ और नियोजित युवाओं का नियमित फॉलो-अप रखें।
✅ श्रमिक कल्याण योजनाओं की समीक्षा
बैठक में श्रमिकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने कहा कि योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक पात्र श्रमिक लाभान्वित हो सकें।
समीक्षा में शामिल प्रमुख योजनाएँ:
- श्रमिक निबंधन
- अंत्येष्टि सहायता योजना
- प्रवासी मजदूरों का सर्वेक्षण
- सेफ्टी किट वितरण
- मेधावी पुत्र-पुत्री छात्रवृत्ति योजना
- प्रसूति सहायता योजना
- विवाह सहायता योजना
👉 उपायुक्त ने जोर दिया कि इन योजनाओं की पात्रता, आवेदन की प्रक्रिया और लाभ की राशि की स्पष्ट जानकारी हर श्रमिक तक पहुँचाई जानी चाहिए।
✅ लक्ष्य आधारित कार्ययोजना पर जोर
- उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने कहा कि जिले में रोजगार और श्रमिक कल्याण की दिशा में ठोस उपलब्धि तभी संभव है, जब प्रत्येक विभाग अपने कार्यों के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय करे।
- उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं को केवल कागजों तक सीमित न रखकर जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
- युवाओं और श्रमिकों के सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए जिला प्रशासन लगातार कार्य करता रहेगा।