Jharkhand ( Jamshedpur) – घाटशिला उपचुनाव : स्वर्गीय रामदास सोरेन JMM के बेटे के साथ (सहानुभूति) तो वही पूर्व CM चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन के साथ BJP का संगठन , किसे मिलेगा घाटशिला का ताज़


झारखंड के पूर्व मंत्री स्व. रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई घाटशिला विधानसभा सीट पर अब राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।

प्रशासनिक स्तर पर उपचुनाव की तैयारियां शुरू हो हैं और राजनीतिक दल भी रणनीति बनाने में जुट गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, झामुमो अपने दिवंगत नेता के बड़े पुत्र सोमेश सोरेन को टिकट देने पर सहमत दिख रही है। पार्टी मान रही है कि दिवंगत मंत्री के प्रति जनता की सहानुभूति और संगठन की ताकत के सहारे सोमेश को जीत दिलाई जा सकती है। वहीं, झामुमो कार्यकर्ता भी इस उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल मानकर पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं।
दूसरी ओर, भाजपा से पूर्व मंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन का टिकट लगभग तय माना जा रहा है। बाबूलाल पिछले चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे और पिछले डेढ़ दशक से क्षेत्र में सक्रिय हैं। स्थानीय कार्यकर्ताओं का मानना है कि लगातार जनसंपर्क और संगठनात्मक मजबूती बाबूलाल को इस बार बढ़त दिला सकती है।
हालांकि, भाजपा के लिए यह चुनाव चंपाई सोरेन की परीक्षा भी माना जा रहा है। झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपने लिए और अपने पुत्र समेत तीन टिकटें मांगी थीं, जिनमें केवल उनकी जीत हुई थी। अब घाटशिला उपचुनाव उनके राजनीतिक भविष्य के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है।
चुनाव से पहले ही क्षेत्र में चर्चाओं का दौर तेज है —किसे जनता का साथ मिलेगा, सहानुभूति लहर काम करेगी या संगठन का बूता भारी पड़ेगा? फिलहाल, घाटशिला उपचुनाव का मुकाबला सोमेश बनाम बाबूलाल के बीच सीधी टक्कर के रूप में देखा जा रहा है।